Sanskrit Grammar For CTET | UPTET & STET | Sanskrit Mock Test
नमस्कार दोस्तों मेरा नाम है नीतेष। दोस्तों CTET / सीटेट और UPTET/ यूपीटेट के एग्जाम होने जा रहे हैं। अन्य राज्यों में भी जल्द ही STET/ टेट की परीक्षाएं होंगी। यहां इस पोस्ट में हम आपको Sanskrit Important Questions संस्कृत के वे सभी प्रष्न बता रहे हैं जो कि किसी न किसी राज्य के टेट परीक्षा में पूछे जा चुके हैं। सभी प्रष्नों के उत्तर भी दिए जा रहे हैं ताकि आप अपनी तैयारी को और बेहतर कर सके। यह पोस्ट आपको Sanskrit Mocktest माॅक टेस्ट जैसा काम देगी।
1 उच्चारण की दृष्टि से स्वर कितने हैं।
- तीन
2 माहेष्वर सूत्र षिव के किस वाद्य से उत्पन्न हुए।
-डमरू से
3 वर्ण के उच्चारण के समय जब किसी अन्य वर्ण की जरूरत नहीं हो तो उस वर्ण को क्या कहेंगे।
-स्वर
4 पाणिनिी का व्याकरण किस पर आधारित है।
-माहेष्वर सूत्रों पर
5 वर्ण के कितने रूप हैं।
- दो स्वर और व्यंजन
6 किसी षब्द, पद या नाम को कहते हैं।
-संज्ञा
7 माहेष्वर सूत्र कितने हैं।
-14
8 लघु सिद्यान्त कौमुदि का प्रथम प्रकरण है।
-संज्ञा प्रकरण
9 भाषा की सबसे छोटी इकाई है।
-वर्ण
10 सभी स्वरों का अभ्यांतर प्रयत्न होता है।
-विवृत
11 वृद्वि संज्ञा होती है।
-आ ऐ औ की
12 उ वर्ण के कितने भेद हैं।
-18
13 प्लुत संज्ञा विधायक सूत्र कौनसा है।
-उकालोअजरस्वदीर्घ प्लुतः
14 तालु आदि से उत्पन्न और अधोभाग से निष्पन्न अच स्वरों की संज्ञा है।
-अनुदात्त संज्ञा
15 चिह्न रहित स्वर है।
-उदात्त
16 स्पर्ष वर्ण कितने हैं।
-25
17 अन्तःस्थ वर्ण हैं।
-चार (य, व, र, ल ) ।
18 अणुदित संज्ञक है।
-सवर्णसंज्ञक
19 ऋकार संज्ञा होती है।
-त्रिषतः
20 माहेष्वर सूत्रों के अन्य नाम हैं।
-अक्षरसमाम्नाय, प्रत्याहार सूत्र, वर्णमाला सूत्र
21 माहेष्वर सूत्रों में कौनसे वर्ण इत्संज्ञक हैं।
-अंतिम वर्ण
22 अच् प्रत्याहार में आने वाले वर्ण हैं।
-अ, इ, उ, ऋ, लृ, ए, ओ, ऐ, औ ( 9 स्वर हैं ये )
23 अ, इ, उ वर्णों का समाहार है।
-अण्
24 ह्स्व स्वर कितने हैं।
-पांच ( अ, इ, उ, ऋ, लृ, )
25 दीर्घ स्वर कितने हैं।
-आठ ( आ, ई, बडा उ, ऋ, ए, ओ, ऐ, औ )
26 संहिता विधायक सूत्र है।
- परः सन्निकर्षः संहिता।
27 जिसके उच्चारण में स्वर की सहायता ली जाए उस वर्ण को कहते हैं।
-व्यंजन
28 हलन्त्यम सूत्र का फल है।
-इत्संज्ञा
29 उपदेष की अवस्था में अंतिम हल् होता है।
- इत्संज्ञक
30 हलन्त्यम सूत्र से हल की इत्संज्ञा होती है।
-उपदेष की अवस्था में।
31 हलन्त्यम सूत्र का अपवाद है।
-न विभक्तौ तुस्मा।
32 अयोगवाह किसे कहते हैं।
- स्वरों के पष्चात उच्चारण किए जाने वाले व्यंजन अयोगवाह कहलाते हैं। ये संख्या में चार हैं।
अनुस्वार, विसर्ग, जिह्वामूलीय और उप्धमानीय।
33 इत्संज्ञा का होता है।
-लोप
34 संस्कृत भाषा में व्यंजन कितने हैं।
-33
35 क और ख से पूर्व आने वाले विसर्ग को कहते हैं।
-जिह्वामूलीय
36 सवर्ण विधायक सूत्र है।
-तुल्यास्य प्रयत्नं सवर्णम
37 प और फ से पूर्व आने वाले विसर्ग को कहते हैं।
-उपध्मानीय।
38 लघुसिद्यान्त कौमुदी के लेखक हैं।
-वरदराजाचार्य
39 उच्चारित अच् (स्वरों की) संज्ञा होती है।
-ह्स्व, दीर्घ और प्लुत।
40 उ मात्रिक स्वर है।
- एक मात्रिक स्वर
41 प्रयन्त कितने प्रकार के हैं।
-दो ( अभ्यांतर और ब्राह्य प्रयत्न )
42 आभ्यंतर प्रयत्न हैं।
-पांच (विवृत, स्पृष्ट, ईषत्स्पृष्ट, ईषत्विवृत, संवृत्त )
43 मुख और नासिका से उच्चारित वर्ण हैं।
-अनुनासिक वर्ण
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