बाबा पर दुष्कर्म का केस लगाने वाली पीडि़ता पहुंची अलवर
-घटना स्थल और साक्ष्यों की करी तस्दीक, बाबा की गिरफ्तारी तय
-पुलिस ने कार्रवाई पूरी की, पीडि़ता के बयान दर्ज किए
अलवर। अलवर के फलाहारी बाबा पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती बिलासपुर से अलवर पहुंच चुकी है। पुलिस ने उसे तीन बार मधुसूदन आश्रम लेजाकर घटना स्थल की तस्दीक कराई और पुलिस अन्वेषण भवन में ले जाकर उससे करीब सत्तर से अधिक सवाल पूछे। सूत्रों ने बताया कि युवती ने सभी सवालों के जवाब सही दिए हैं। इससे साफ होता है कि फलाहारी महाराज की गिरफ्तारी तय है। लेकिन पुलिस सबूत पुख्ता कर रही है। इसके बाद ही गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस नहीं चाहती कि इस केस में किसी भी गलती के कारण किसी के साथ अन्याय हो जाए।
उधर दूसरी तरफ बाबा को निजी अस्पताल से पुलिस ने डिस्चार्ज करा अस्पताल के सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया है और पीडि़ता की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। पुलिस इसे लेकर काफी गंभीर है। इसके अलावा शहरभर में बाबा के इस कांड को लेकर चर्चा हो रही है। बाबा के भक्त जहां इसे बाबा को फंसाने के लिए षडयंत्र बता रहे हैं तो अन्य लोगों का कहना है कि घटना की जांच होनी चाहिए। जो भी गलत है उसे सजा मिलनी चाहिए।
पुलिस ने बाबा के मधुसूदन सेवा आश्रम में बाबा के आवास पर ताला लगाया हुआ है और साथ ही मंदिर प्रबंधन को कहा है कि वह सीसीटीवी कैमरे की हार्ड डिस्क उपलब्ध कराए। आश्रम प्रबंधन का कहना है कि नई हार्डडिस्क जो कैमरे में थी वह उपलब्ध करा दी गई है जबकि पुरानी हार्ड डिस्क में खराबी थी। उसे ठीक होने के लिए मुम्बई भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि जितना हो सकेगा पुलिस हार्डडिस्क से वीडियो रिकवरी करने के प्रयास करेगी।
उल्लेखनीय है कि फलाहारी बाबा पर बिलासपुर की युवती ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। मामला होने के बाद से ही फलाहारी महाराज यहां एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। बाबा को जैसे ही पता चला कि उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हो गया है और केस डायरी अलवर आ गई है वह पुलिस के आश्रम पहुंचने से पहले ही अस्पतालमें जाकर खुद भर्ती हो गया। लेकिन पुलिस ने अब वहां पहरा बिठा दिया है और किसी को बाबा से मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
क्या है मामला
अलवर के कौशलेन्द्र प्रपन्नाचार्य महाराज के खिलाफ बिलासपुर छत्तीसगढ़ की एक युवती ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। मामला बिलासपुर में दर्ज हुआ है और आगे की कार्रवाई के लिए केस डायरी अलवर भिजवाई गई है। अब इस मामले में आगे की कार्रवाई अलवर पुलिस को करनी है। अलवर पुलिस इस मामले में अब पूरी तरह एक्टिव नजर आ रही है।मधुसूदन आश्रम और दिव्यधाम मंदिर में है बाबा का डेरा
अलवर के इस दुष्कर्म के आरोपित संत का डेरा मधुसूदन सेवा आश्रम और दिव्यधाम मंदिर में है। यहां कालाकुआं स्थित रामकिशन कॉलोनी में वर्ष २००४ में यह मंदिर बनवाया गया था। इस मंदिर में दक्षिण भारतीय पद्धति से पूजा पाठ होता है और दक्षिण भारत के ही कई साधु संत यहां आते हैं। बाबा ने जगदगुरू रामानुजाचार्य स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचारी फलाहारी महाराज की उपाधि धारण कर रखी है।मामले की पूरी जानकारी
बाबा पर आरोप लगाने वाली युवती मूलत: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली है। इसने अपनी लॉ की पढ़ाई जयपुर में रहकर की और युवती का परिवार करीब ढाई दशक से बाबा के टच में है। इस युवती को बाबा की सिफारिश पर सुप्रीम कोर्ट के एक बड़े वकील के अधीन इंटर्नशिप का मौका मिला था और जब इसकी इंटर्नशिप पूरी हो गई तो युवती को पहली बार तीन हजार रुपए स्टाईपेंड के मिले थे। परिजनों के कहने पर युवती सात अगस्त को यह कमाई बाबा के चरणों में श्रद्धापूर्वक अर्पित करने आई थी। लेकिन बाबा ने उसे प्रसाद के रूप में कुछ खिलाकर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। युवती किसी तरह अपनी जान बचाकर वापिस जयपुर चली गई और ११ सितम्बर को बिलासपुर में पुलिस के सामने बयान देकर मामला दर्ज करा दिया।हिन्दुस्थान समाचार/पूनम सोनी
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