सेल्फी शरारत और समझदारी का यहां देखें अजब संयोग
दोस्तों भारत में भी दुनिया के अन्य देशों की तरह सेल्फी का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन उतनी ही तेजी से यह जानलेवा भी साबित हो रहा है। सेल्फी से लगातार मौते हो रही हैं और यह मानसिक रोग की तरह सामने आ रहा है। सेलेब्स इसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार कहे जा सकते हैं। सेल्फी के मामले में युवा वर्ग में लड़के और लड़कियों की पसंद अलग अलग भले ही हो सकती हैं लेकिन यह समाज के लिए एक नासूर की तरह बनता जा रहा है। समझदार वे ही लोग हैं जो मोबाइल फोन का उपयोग सही तरीके से करना जानते हैं। सेल्फी हमारा हथियार भी हो सकती है और मूर्खता का प्रमाण भी। लेकिन यह हमें ही तय करना है कि सेल्फी हमारे लिए क्या है और हम इसे कैसे यूज करते हैं। तो आइये जानते हैं कि कैसे बदला सेल्फी ने जीवन और कौन कौन हैं इसके जिम्मेदार।
हाल की की घटनाएं
कुछ ही माह पूर्व मथुरा के समीप कोसीकला स्टेशन पर तीन कॉलेज के छात्र तेजी से आती टे्रेन के आगे अपनी सेल्फी लेना चाहते थे। शायद वे इंप्रेशन के लिए ऐसा करना चाह रहे थे। लेकिन सेल्फी से पहले ही ट्रेन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। इतना ही नहीं सात दोस्तों ने एक दोस्त की बर्थ डे पार्टी करने के लिए नांव किराए पर ली। वे सेल्फी लेने एक साथ नांव के एक ही किनारे पर आ गए और नांव डूब गई। इस दुर्घटना में सातों की मौत हो गई। आगरा में भी गत सितम्बर माह में एक जापानी पर्यटक ताजमहल में सेल्फी लेते वक्त सीढियों से पैर फिसलने से गिर गया और उसकी मौत हो गई। हाल ही अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला भी सेल्फी के कारण ही हुआ। कुछ श्रद्धालुओं ने साइट सीन के लिए बस रुकवा ली जो कि सुरक्षा दस्ते की रेंज से बाहर हो गई और आतंकियों का शिकार बन गई। ये लोग भी सेल्फी के प्रयास में ही थे। वर्ष २०१६ में पूरे विश्व में २७ लोग सेल्फी के चक्कर में जान गंवा चुके हैं। यह सब तो वे उदाहरण हैं जो मीडिया के जरिये बाहर आते रहते हैं।
बनते हैं हंसी के पात्र
अनेक बार हम देखते हैं कि सड़क पर दुर्घटना हो गई है। वहां लोग घायलों की मदद बाद में करेंगे पहले सेल्फी लेने लग जाते हैं। कुछ लोग तो यह भी नहीं देखते कि वे कहां है। जैसे कुछ लोग श्मशान में भी सेल्फी लेने से नहीं चूकते। फनी वीडीयो बनाने के चक्कर में कुछ लोग बाथरूम में भी सेल्फी लेकर पोस्ट कर देते हैं और वास्तव में हंसी के पात्र बन जाते हैं। कई बार लोग नाहते वक्त या अंतरंग पलों में भी सेल्फी लेने से और पोस्ट करने से नहीं चूकते।
सेलेब्स भी जिम्मेदार
दोस्तों लोग उन्हीं का अनुसरण करते हैं जिन्हें वे पसंद करते हैं। सेलेब्स भी उन्हीें में शामिल हैं। सेलेब्स अनेक अवसरों पर सेल्फी लेते दिखाए जाते हैं। अनेक विज्ञापनों में उन्हें खतरनाक स्टंट करते सेल्फी लेते दिखाया जाता है। उन्हीं का अनुसरण करते कई लोग जान गंवा बैठते हैं या फिर उन्हीं के जैसा करने के चक्कर में घायल हो जाते हैं। हालांकि चेतावनियां जारी की जाती हैं लेकिन लोग उन्हें नजरअंदाज करते हैं।
किसे कैसी सेल्फी है पसंद
दोस्तों युवाओं में सेल्फी अलग अलग पसंद की होती है। लड़के जहां स्टंट करते हुए खतरनाक सेल्फी लेने से भी नहीं चूकते वहीं लड़कियां अपनी सुन्दरता दिखाने के लिए बार बार सेल्फी लेती हैं। शादी पार्टी हो या फिर आउटिंग सभी जगह लोग मोबाइल साथ रखते हैं और जमकर सेल्फी का आनंद उठाते हैं।
मनोरोग की हद तक
कुछ लोग सेल्फी के इतने आदि होते हैं के वे उठते बैठते खाते पीते मोबाइल साथ रखते हैं और बार बार सेल्फी क्लिक करते रहते हैं। मानसिक रोग विशेषज्ञ जीडी नाटाणी कहते हैं कि इंसान अपना प्रभुत्व जमाना चाहता है। लड़कियां खूबसूरती से तो लड़के स्टंट से। ऐसे में वे सेल्फी लेते रहते हैं। किसी कार्यक्रम में सेलेब्स के साथ मिल जाए तो सभी सेल्फी लेना चाहते हैं और तुरंत सोशल मीडिया पर डालकर प्रशंसा बटोरना चाहते हैं। यह एक ऐसा जरिया है जहां बिना किसी कार्य के प्रशंसा मिलती है। ऐसे में लोग आत्ममुग्ध हो जाते हैं और इसी में लगे रहते हैं। यह एक मानसिक रोग की तरह ही है। आवश्यकता से अधिक सेल्फी लेना इंसान के दिमाग को भटकाता तो है ही उसे वास्तविकता से भी दूर करता है। अत: यह आप खुद पर डिपेंड करता है कि आप सेल्फी मजे के लिए लेते हैं या इसे सजा बनाते हैं। क्योंकि यह आपको खुद ही तय करना होगा।
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