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Monday, January 8, 2018

Alwar Lok Sabha by-election : Two master players in the field, दो माहिर खिलाड़ी मैदान में

Two master players in the field, Alwar Lok Sabha by-election will be between the inhalation and opposition




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दो माहिर खिलाड़ी मैदान में, साहनुभूति और विरोध के बीच होगा अलवर लोकसभा उपचुनाव


अलवर। अलवर लोकसभा उपचुनाव के लिए दोनों पाटियों ने अपने अपने प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। कांग्रेस ने जहां पूर्व सांसद डॉ कर्णसिंह यादव को मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने भी केबीनेट मंत्री डॉ जसवंत सिंह यादव को मैदान में उतारकर मुकाबला यादव वर्सेज यादव कर दिया है। डॉ जसवंत राजनीति के माहिर खिलाड़ी हैं।


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राजनीतिक हलकों में पहले चर्चा थी कि दोनों दलों में एक ही दल यादव कम्युनिटी से टिकट देगा। ऐसे में कांग्रेस ने सोची समझी रणनीति के तहत डॉ कर्णसिंह के नाम की घोषणा कर भाजपा को मुसीबत में डाल दिया। करीब दो सप्ताह के मंथन के बाद अब भाजपा ने भी डॉ जसवंत यादव के नाम की घोषणा कर तमाम आशंकाओं को निराधार साबित कर दिया। ऐसे में यादव वोटों का गणित चुनावी विशेषज्ञों की समझ से परे हो गया है। हालांकि यह माना जा रहा है कि इससे यादव वोटबैंक बंट सकता है जो कि परिणाम प्रभावित करने की क्षमता रखता है।

पक्ष विपक्ष : भाजपा प्रत्याशी डॉ जसवंत यादव

BJP candidate Dr. Jaswant Yadav



भाजपा प्रत्याशी डॉ जसवंत यादव फिलहाल राजस्थान सरकार में श्रम व रोजगार मंत्री हैं। यादव कम्युनिटी में उनकी पकड़ भी है। लेकिन प्रारंभिक तौर पर गांवों में उनका विरोध नजर आ रहा है। ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि इलाके के डॉ जसवंत यादव के श्रम व रोजगार मंत्री रहते हुए भी यहां लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। इसलिए लोग उनसे खफा हैं। दूसरी बात यह है कि डॉ जसवंत यादव के नाम की घोषणा भाजपा ने एनवकत पर की है। इससे कहीं न कहीं उनका दावा कमजोर हुआ है। लेकिन एक बात और सामने आ रही है वह यह कि इस चुनाव में हार जीत का असर मोदी सरकार पर नहीं होगा। ऐसे में मतदाता कया मानस बनाते हैं यह परिणाम आने के बाद ही पता चल पाएगा।

कांग्रेस प्रत्याशी डॉ कर्णसिंह

Congress candidate Dr. Karan Singh


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दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी डॉ कर्णसिंह की बात करें तो समाज में ही नहीं आमतौर पर भी उनकी छवि काफी साफ सुथरी है। कांग्रेस ने उनके नाम की पहले ही घोषणा कर दी थी। इससे उनका दावा पार्टीस्तर पर भी मजबूत नजर आ रहा है। दूसरी बात यह है कि वे पिछले दस वर्ष से सतता से बाहर हैं इसलिए जनता की साहनुभूति उनके साथ हो सकती है।

हार जीत किसकी होती है यह बात दीगर है, लेकिन फिलहाल दोनों प्रत्याशी मैदान खम ठोक कर खड़े हैं। किसी भी स्तर पर दोनों को कम नहीं आंका जा सकता। दोनों जोर-शोर से प्रचार में लगे हैं। इसी के साथ अलवर में प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का आना जाना भी शुरू हो गया है। दिसम्बर में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधराराजे लगातार यहां प्रवास पर रही और अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रवास पर हैं। इसके अलावा केन्द्रीय और प्रदेश स्तर के अन्य मंत्री भी लगातार अलवर में प्रचार के लिए आ चुके हैं और यह क्रम अभी जारी है। फिलहाल नामांकन का जोर है और सोमवार को कांग्रेस प्रत्याशी डॉ कर्णसिंह नामाकंन भरने जा रहे हैं। नामांकन दस जनवरी तक होंगे। डॉ जसवंत यादव ने अभी नामांकन नहीं भरा है। वे फिलहाल प्रचार में व्यस्त हैं।

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