रहम ये कि सिर्फ दो घंटे का था कार्यबहिष्कार
सरकार से नाराज चिकित्सकों ने रखा दो घंटे कार्य बहिष्कार
अलवर। सरकार और चिकित्सकों यानि कथित भगवान के बीच अभी बन नहीं रही है। यही कारण है कि सरकार ने चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान उनकी कुछ मांगें मान ली और कुछ पर विचार करने के लिए कहा था। लेकिन सरकार अब तबादले कर आंदोलन का बदला ले रही है। चिकित्सकों के तबादलों का असर बुधवार को अलवर में भी रहा। यहां सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर चिकित्सकों ने राजीव गांधी अस्पताल में दो घंटे कार्य बहिष्कार रखा।संघ के जिलाध्यक्ष मोहन लाल सिंधी ने बताया कि सरकार को चिकित्सकों की सभी मांगें ३० नवम्बर तक माननी हैं लेकिन सरकार नहीं मान रही है। इसके विपरीत जाकर सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी और अन्य चिकित्सकों के तबादले बदले की भावना से ही किए गए हैं। इसी विरोध के चलते अलवर में भी चिकित्सकों ने अस्पताल में सुबह नौ बजे से ११ बजे तक कार्य का बहिष्कार किया और अस्पताल परिसर में ही स्थित आईएमए हॉल में एक बैठक कर सरकार की बदले की भावना से की गई तबादले की कार्रवाई की निंदा की गई। पीएमओ भगवान सहाय ने बताया कि चिकित्सकों ने केवल दो घंटे कार्यबहिष्कार किया था। इसके बाद मरीजों को नियमित रूप से जांच और उपचार दिया गया।
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