हरसौरा पुलिस की नजरों से नहीं बच पाए गोतस्कर
अलवर। तस्कर भी तस्करी के नए नए तरीके खोजते रहते हैं। अलवर जिला गोतस्करी के लिए बदनाम है लेकिन पुलिस है कि उनका पीछा ही नहीं छोड़ती। पुलिस के शिकंजे से निकलने के लिए गोतस्कर भी अब लग्जरी गाडिय़ों में गो तस्करी करने लगे हैं।ताजा मामला हरसौरा थाना इलाके का है। यहां भी तस्करों ने पुलिस को चकमा देने के लिए स्कॉर्पियो में गोतस्करी की योजना बनाई लेकिन पुलिस की सतर्कता से धरी रह गई। हरसौरा थाना प्रभारी सीमा सिनसिनवार ने बताया कि सोमवार देर रात करीब दो बजे इलाके में बानसूर हरसौरा रोड़ पर उनकी टीम और हैड कांस्टेबल सेढूराम गश्त पर थे।
वहां गश्ती टीम को एक स्कॉर्पियो दिखाई दी। इसे देखकर एक बार तो गश्ती टीम चकमा खा गई और आगे निकल गई। लेकिन जब गश्ती टीम वापिस आई तो उस दौरान भी वह स्कॉर्पियो उसी रोड पर दिखाई दी। इस पर हैडकांस्टेबल सेढूराम को शक हुआ तो उन्होंने स्कॉर्पियो चालक को गाड़ी रोकने के लिए कहा। लेकिन चालक गाड़ी को हरसौरा की तरफ भगा ले गया। इस पर शक पक्का हो गया और गश्ती टीम ने पुलिस की गाड़ी भी स्कॉर्पियो के पीछे लगा दी। पुलिस को पीछे देख गो तस्कारों के हाथ पांव फूल गए और वे पैट्रोल पंप के पास गाड़ी छोड़ अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गए।
गश्तीदल ने स्कॉर्पियो को अपने कब्जे में लेकर थाना प्रभारी सीमा सिनसिनवार को फोन किया तो वे मौके पर पहुंची। इसके बाद पुलिस ने स्कॉर्पियो को चैक किया तो एक बार तो यकीन नहीं हुआ कि इसमें गायें होंगी। पुलिस ने तस्करी के काम में लिए गए वाहन को जब्त करते हुए इसमें से पांच गांयों को बरामद किया है। थाना प्रभारी ने बताया कि स्कॉर्पियो में पांच गायें ठूंस ठूंसकर रस्सी से बांधकर भरी हुई थी। उनके मुंह इस कदर बांधे गए थे कि वे रंभा नहीं सकें। पुलिस ने गायों को मुक्त करा हरसौरा गौशाला में भिजवा दिया है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार/पूनम सोनी
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