महिला शिक्षा की अलख जगाने वाले थे महात्मा ज्योतिबा फुले
जिलेभर में मनाई महात्मा ज्योतिबाफुले की पुण्यतिथि
इस अवसर पर काँग्रेस जिलाध्यक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि 19 वीं सदी में रूढिवादियों के भारी विरोध को दरकिनार कर महात्मा फुले ने महिला, दलित, पिछड़ों के उत्थान के जो काम किये थे उन्ही की बदौलत आज हम मजबूत देश के रूप में पहचाने जाते हैं।
नगर परिषद की पूर्व सभापति एवं महिला काँग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीमती कमलेश सैनी ने कहा कि जब देश में शिक्षा पर एकाधिकार प्राप्त परिवारों की महिलाओं को भी शिक्षा से वंचित रखा जाता था तब महात्मा फुले ने अपनी पत्नी सावित्री बाई फुले को देश की प्रथम महिला शिक्षिका के रूप में शिक्षित कर पाठशाला खुलवाई और फातिमा बीबी नामक मुस्लिम महिला को शिक्षित कर पाठशालाओं की शुरुआत कर 18 पाठशाला खोल कर महिलाओं, दलितों , पिछड़ों में शिक्षा की ज्योति जला कर देश में क्रांतिकारी परिवर्तन की शुरुआत की। उन्होंने विधवा महिलाओं को शिक्षित कर पुनर्विवाह करवाये तथा कुरूतियों , रूढिय़ों, कुप्रथाओं की बेडिय़ों को तोड़ कर शिक्षा की ज्ञानज्योति से महिलाओं, दलितों, पिछड़ों को समाज में बराबरी का दर्जा प्राप्त करने के लिए तैयार करने की शुरुआत की थी। जिसकी आधे से भी अधिक देश की जनता को आज भी आवश्यकता है।
इस अवसर पर बसपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र सैनी, अलवर जिला सैनी महासभा के महामन्त्री जीतेन्द्र खुराडिय़ा, जिला सैनी महासभा सहलाकार समिति के चेयरमैन मास्टर लक्ष्मण सिंह सैनी, समिति अध्यक्ष अधिवक्ता मामराज सैनी, प्रदेश माली सैनी महासभा जिलाध्यक्ष नरेश सैनी एडवोकेट, सैनी शिक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष जतीराम सैनी, पूर्व सभापति खेमचन्द बाबू जी, हरिओम सैनी पत्रकार, जिला उपभोक्ता संरक्षण मंच के पूर्व सदस्य एवं पूर्व पार्षद महेन्द्र सैनी, मास्टर अशोक सैनी, शेरसिंह सैनी मन्नाका रोड, योगेश सैनी, पूर्व पार्षद खेमचन्द जाटव, भोलाराम शर्मा, युवा नेता अंशुल सैनी, गजराज यादव, बसपा प्रदेश मंत्री जगदीश प्रसाद मेहरा, कैप्टन जी आर बिलखा, विकास सैनी, अनिल सैनी, सुरेश सैनी ,धर्मचन्द जैन, संजीत मीणा, ब्रजमोहन मेघवाल, श्रीचंद जाटव पंच, सहित अनेक सामाजिक, राजनैतिक जन प्रतिनिधियों ने बाबा को श्रदा सुमन अर्पित किये और उनके बताये गये मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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