जांच अधिकारी एसआई कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि पीड़ित विकास कुमार जिंद पानीपथ हरियाणा का रहने वाला है तथा खेती करता है। उसने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि उसकी वर्ष 2015 में मुकेश एवं संजीव कुमार से मुलाकात हुई थी।
दोनों आरोपितों ने विकास को जयपुर के स्वास्थय भवन में कार्यालय सहायक तथा भाई और साले को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया। यहीं नहीं आरोपियों ने तीनों की सरकारी नौकरी लगाने की एवज में 29 लाख की मांग की, जिसमें से ज्वाईनिंग लैटर देने के समय नौ लाख रुपए देने की बात तय कर ली। इस पर विकास कुमार उसका भाई और साला तीनों झांसे में आ गए और रुपए देने के लिए राजी हो गए।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि इसके बाद आरोपियों ने उसे 2015 में ही उन्हें जयपुर स्थित स्वास्थय भवन में मिलने के लिए बुलाकर किसी से मिलवाया और चाय-नाश्ता कराने के बाद उसे ज्वानिंग लैटर दिखाते हुए कहा कि जब वह रुपए देगा तो वह लैटर दे देगा। इसके बाद विकास ने उसे सिंधी कैम्प स्थित एक होटल में बुलाकर आरोपियों को नौ लाख रुपए दे दिए तथा ज्वानिंग लेटर ले लिया।
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