मौत के सात माह बाद जिंदा लौटा यह युवक
घर वाले जिसे मरा हुआ मान बैठे थे। जिसके सारे क्रियाकर्म किए जा चुके थे। घर में जिसकी मौत पर मातम मनाया जा चुका था। लेकिन अचानक वह युवक सात माह बाद जिंदा लौट आया। यह चमत्कार देख गांव के लोग ही नहीं जिसने भी यह सुना वह चौंके बिना नहीं रह सका। यह मामला बहुत अधिक चर्चा का विषय बना हुआ है। आइये जानते हैं पूरी कहानी।
क्या था मामला
बात दस फरवरी 2017 की दरम्यानी रात की है। पाली की इन्दिरा कॉलोनी निवासी रविप्रकाश पुत्र मीठालाल जोशी घर से बिना बताए लापता हो गया था। परिजनों को शक हुआ कि उसकी हत्या कर दी गई है। इसे सच मानकर परिजनों ने रविप्रकाश के सारे क्रियाकर्म भी कर दिए और अपने पड़ोसी भैरूलाल पूनाराम रामचंद्र दमामी सहित उनके परिवार के 12 जनों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट रविप्रकाश के अपहरण व हत्या करने मामला दर्ज करा दिया।
इस घटना से चौंक गए सभी लोग
इस मामले के करीब सात माह बाद नौ सितम्बर को सुबह वह अचानक नहर पुलिया चौराहे पर नजर आया। उसे देखकर लोग चौंक गए। लोगों को यकीन नहीं हुआ कि यह सात माह पहले मर चुका रविप्रकाश ही है। इसकी सूचना लोगों ने कोतवाली पुलिस को दी तो पुलिस उसे पकड़कर थाने ले आई।
अब जानते हैं पूरी कहानी की हकीकत
जब पुलिस उसे पकड़कर थाने ले आई तो उससे पूछताछ शुरू की गई। इस पुलिस पूछताछ में उसने जो पुलिस को बताया वह सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई और उसके पिता और अन्य परिजनों को थाने बुला लिया। युवक ने बताया कि वह पिता की प्रताडऩा से परेशान होकर घर से भाग गया था।
वापिस कैसे पहुंचा जिंदा
युवक ने कोतवाल गंगाराम को बताया कि वह पाली से गुजरात महाराष्ट होते हुए इंदौर पहुंच गया। इन सात माह में वह कभी फुटपाथ पर सोया तो कभी भूखा रहा। कई बार उसने लोगों से मांग कर खाना खाया। इसी बीच इंदौर में एक व्यक्ति को जब उस पर दया आई तो उसने सारी बात पूछी। सारा मामला समझ इस दयालु इंसान ने उसे पाली पहुंचाने की व्यवस्था की।
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