उमा भारती की कुर्सी बचाने में है इनका हाथ
प्रहलाद पटेल की रही चर्चा पर नहीं बने मंत्री
मध्य प्रदेश के दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल को मंत्रीमंडल में लिया जाना तय माना जाता था। ये वही पटेल हैं जिन्हें उमा भारती का बहुत करीबी माना जाता रहा है। उम्मीद थी कि अब इन्हें मंत्री बनाया जाएगा। क्योंकि जातिगत समीकरण देखें तो पटेेल और उमा भारती दोनों ही लोधी समाज से ही आते हैं। दूसरा पटेल ने मणिपुर में कमल खिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी और इसके कारण वे मोदी और भाजपाअध्यक्ष के करीब भी आ गए थे। लेकिन मंत्रीमंडल विस्तार में उन्हें निराश होना पड़ा है।उमा के पीछे किसका हाथ
उमा भारती को मंत्री मंडल में बनाए रखा गया है। इसके पीछे संघ का हाथ बताया जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मथुरा में संघ की बैठक हुई थी जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे। वहीं उन्हें उमा भारती को हर हाल में मंत्री बनाए रखने का सख्त संदेश दिया गया था। यही कारण है कि उमा बच गई और पटेल मंत्री बनने से रह गए।प्रहलाद पटेल का संक्षिप्त परिचय
प्रहलाद पटेल 28 जून 1960 को नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव नगर में पैदा हुए थे और वे एलएलबी हैं। पटेल वर्ष 1989 में पहली बार नौवीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए थे। वर्ष 2003 में वे केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री रहे।दोस्तों आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट में लिखें। अच्छी लगी तो लाइक और शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य पोस्ट पढ़ते रहने के लिए और हमसे जुड़े रहने के लिए हमें फॉलो करना नहीं भूलें। धन्यवाद।
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