अवैध सम्बन्धों की खौफनाक कहानी
अवैध सम्बन्धों का हश्र बुरा ही होता है। अलवर जिले में अवैध सम्बन्धों के कारण एक एसी खौफनाक कहानी सामने आई है जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। तो आइये जानते हैं कि क्या है मामला। कैसे खेला गया यह खौफनाक खेल।
कैसे शुरू हुई कहानी
अलवर जिले के खैरथल थाना इलाके में एक गांव है सैनपुरी। यहां राजेन्द्र जाटव अपनी पत्नी के साथ रहता था। उसका साढ़ू रघुवीर उनके घर आता जाता था। इसी बीच राजेन्द्र की पत्नी यानि रघुवीर की साली जीजा को अपना दिल दे बैठी और उसके मोहपाश में फंस गई। दोनों के बीच सो सब होने लगा जो कि समाज में अवैध कहा जाता है। जब यह बात राजेन्द्र को पता चली तो उसने अपनी पत्नी को समझाया और इस संबंध पर आपत्ती भी जताई। लेकिन उसकी पत्नी नहीं मानी और रघुवीर के साथ उसने मेल मिलाप जारी रखा। रघुवीर को भी उसने यह बात बता दी। इस पर रघुवीर ने राजेन्द्र को रास्ते से हटाने का खौफनाक खेल रचा।
कैसे दिया अंजाम
रघुवीर ने अपने साढ़ू राजेन्द्र को रास्ते से हटाने के लिए अपने रिश्तेदार संजय जाटव को भी हिस्सेदार बना लिया। दोनों ने एक षडयंत्र रचकर १४-१५ मार्च २०१६ की रात राजेन्द्र को खैरथल बुलाया और खूब शराब पिलाई। शराब में दोनों ने बेहोशी की दवा मिला दी। जब शराब पीने के बाद राजेन्द्र बेहोश हो गया तो दोनों ने उसका गला दबा उसकी हत्या कर दी और शव रेल की भुराड़ी रेलवे स्टेशन के पास पटरियों पर पटक दिया।
पुलिस नहीं खोल पाई राज
मृतक के पिता श्रीराम जाटव निवासी सैनपुरा थाना सदर ने १४ अप्रेल २०१६ को सदर थाने में पुत्र की हत्या का मामला इस्तगासे के जरिये दर्ज कराया। पुलिस ने मामले की जांच की लेकिन पुलिस उस समय कुछ पता नहीं लगा पाई और प्रकरण में एफआर लगा दी। लेकिन यह अभी पहेली बनी हुई थी कि आखिर राजेन्द्र का शव पटरियों पर कैसे पहुंचा जबकि वहां गया भी नहीं था।
ऐसे खुला राज
कुछ दिनों से अलवर में मिल रही अज्ञात लाशों के संबंध में पता लगाने के लिए साईक्लोन टीम के नेतृत्व में चलाए गए ऑपरेशन के दौरान पुलिस को उक्त मामले में कुछ सबूत हाथ लगे। सबूतों के आधार पर जब छानबीन की गई तो पुलिस सारा मामला समझ गई। इस पर पुलिस ने अभियुक्तों रघुवीर जाटव निवासी सिवाणा थाना खैरथल और संजय जाटव निवासी खैरथल को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने हत्या का राज उगल दिया। बहरहाल पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि अन्य हत्याओं के राज भी इन बदमाशों के सीने में दफन हो सकते हैं।
No comments:
Post a Comment