सिरोही के अणगौर बांध का ओवरफ्लो टूटा, रेवदर का रोहुआ और धवली अब भी संपके से बाहर
सिरोही। तेज बारिश के कारण सिरोही शहर में पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत अणगौर बांध के ओवर फ्लो करीब पांच फीट टूट गया है। इससे 22 फीट गेज वाले अणगौर बांध में 16-18 फीट पानी ही रहने की संभावना है। वैसे जल संसाधन विभाग बांध के शेष हिस्से को पूरी तरह से सुरक्षित बता रहा है। वहीं रेवदर तहसील का रोहुआ और धवली गांव बुधवार तीसरे दिन भी शेष जिले से कटा हुआ रहा। यहां के ग्रामीणों से प्रशासन किसी भी तरह से संपर्क नहीं साध पाया है। वैसे शाम को एनडीआरएफ की टीम वहां रवाना की गई है।
जल संसाधन विभाग के एक्सईएन जेपी शर्मा ने बताया कि सिरोही के अणगौर बांध का ओवरफ्लो की दीवार 5-6 फीट तक 80 फीट लम्बाई तक टूट गई है। इससे पूरी तरह से ओवरफ्लो हो चुके अणगौर बांध का काफी पानी बह गया। यह पानी कामेरी बांध में से होता हुआ जालोर में जाता है। ऐसे में जालोर की नदियों में भी इस पानी से उफान आएगा। एक्सईएन शर्मा ने बांध के शेष हिस्से को सुरक्षित बताया है। उन्होंने बताया कि जिले के शेष बांध सुरक्षित हैं।
वहीं तेज बारिश के कारण रेवदर तहसील के रोहुआ और धवली गांवों का संपर्क बुधवार को तीसरे दिन भी पूरी तरह से कटा रहा। पानी के तेज बहाव के कारण यहां के ग्रामीणों से प्रशासन कोई संपर्क नहीं कर पाया। बुधवार शाम को एनडीआरएफ की टीम के 39 जवान वहां भेजे गए हैं। इन्हें दो टीमों के रूप में दोनों गांवों में भेजा जाएगा।
इधर, सिरोही के तीन स्टेट हाइवे और कई जिला सडकों पर पुल और रपटें टूट गई हैं। बुधवार को जीरवला नदी का पुल बह गया। रामपुरा के पास की सडक बह गई। उधर माउण्ट आबू में खजूर का पेड 11 केवी की लाइन पर गिरने से वहां पर बुधवार को फिर से विद्युत आपूर्ति बाधित हुई, जिसे धीरे धीरे करके बहाल किया गया। बुधवार दोपहर तक एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस जवानों व स्थानीय लोगों की मदद से जिले के विभिन्न इलाकों से 85 लोगों को तेज बहाव वाले पानी से निकलावा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
जिले में सात जगहों पर आश्रय केन्द्र बनाए गए हैं, जहां जल भराव की स्थिति में फंसे लोगों को पहुंचाया गया है। अब तक जिले के जल भराव क्षेत्र के इलाकों में आदर्श फाउंडेशन की तरफ से 10 हजार खाने के पैकेट वितरित करवाए गए हैं। शाम को जिला मुख्यालय पर जिले के प्रभारी मंत्री राजेन्द्र राठौड भी पहुंचे और उन्होंन अधिकारियों से आपदा राहत के संबंध में बैठक ली। बाद में जल प्लावित क्षेत्रों के अवलोकन के लिए भी गए।
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