Covid-19 Vaccination Program 2021 India | Dausa Rajasthan दौसा में सबसे पहले 268 लाभार्थियों लगा कोविड-19 का टीका
-टीका लगवाने के बाद भी बरतनी हैं सावधानियां
भारत में भी Covid-19 Vaccination Program शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार सुबह 11.05 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वैक्सीनेशन का शुभारंभ किया।
‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः’ श्लोक के उच्चारण ध्वनि से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। Health Ministry के मुताबिक, शाम साढ़े 5 बजे तक देश के सभी राज्यों में कुल 1,65,714 लोगों को कोविड-19 से बचाव का टीका लगाया गया।
देश में इस दौरान Covid-19 Side Effect का कोई मामला सामने नहीं आया। सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन आंध्र प्रदेश और बिहार राज्यों में देखा गया है। इस अवसर पर मोदी ने कहा कि पहले चरण में 3 करोड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
देश के सभी 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (UT) की 3006 सेशन साइट्स पर एक साथ यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। पहले फेज में हेल्थवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगाए जा रहे हैं। हर साइट पर 100 लोगों को टीके लगाने का लक्ष्य है। इस हिसाब से देशभर में पहले दि नही यानि 16 जनवरी शनिवार को 3 लाख 15 हजार 37 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया।
दौसा, 16 जनवरी। दौसा जिले में 16 जनवरी शनिवार को चार स्थानों पर कोविड-19 टीकाकरण अभियान का मंगल आरंभ हो गया है। दौसा में जिला चिकित्सालय में विधायक मुरारी लाल मीणा और जिला कलेक्टर पियुष समारिया ने, बांदीकुई में विधायक जीआर खटाणा ने और लालसोट में उद्योग एवं राजकीय उपक्रम मंत्री राजस्थान सरकार एवं स्थानीय विधायक प्रसादी लाल मीणा ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कोविड-19 टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। गीजगढ में भी चिकित्साकर्मियों को कोविड-19 के टीके लगाए गए। पहले दिन जिले में चारों केन्द्रों पर 192 लाभार्थियों को टीके लगाए गए।
पूरे जिले में अभियान की कमान जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मनीष चौधरी संभाल रहे हैं। जिलेभर में टीकाकरण के बाद किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मनीष चौधरी ने बताया कि दौसा जिले में चारों स्थानों पर पंजीकृत चिकित्साकर्मियों को टीके लगाए गए हैं। इसके लिए सभी को प्रशिक्षण दिया गया था और Dry Run के जरिये व्यवस्थाओं को भी जांचा-परखा जा चुका था। दौसा जिला मुख्यालय पर स्थानीय विधायक मुरारी लाल मीणा और जिला कलेक्टर पियुष समारिया ने अभियान का आरंभ किया।
उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के बाद भी सावधानी बरतनी जरूरी है। सभी को हिदायत दी गई है कि अब भी कोविड-19 गाइड लाइन का पालन करने, सोशल डिस्टेंसिंग और सेनेटाईजेशन की जरूरत उतनी ही है जितनी पहले थी। डाॅ चौधरी ने बताया कि जिला अस्पताल में सबसे पहले प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ दीपक शर्मा ने टीका लगवाया और यह संदेश भी दिया कि टीका लगवाने से कोई परेशानी नहीं है।
उन्होंने कहा कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है और इसे लेकर किसी भी प्रकार के भ्रामक प्रचार से बचना चाहिए। इसके बाद सभी पंजीकृत चिकित्सकों, नर्सिंग व अन्य स्टाफ कर्मियों ने टीका लगवाया। लाभार्थियों के लिए प्रत्येक सेंटर पर चाय, काफी, बिस्किट आदि की व्यवस्था भी की गई थी।
यह रहा लेखा-जोखा
डाॅ चौधरी ने बताया कि पहले दिन कुल 268 लाभार्थियों को टीका लगाया गया। बांदीकुई में 70, जिला चिकित्सालय दौसा में 80, गीजगढ में 50 और लालसोट में 68 लाभार्थियों को कोविड-19 के टीके लगाए गए।
कैसे क्या हुआ
-ड्राईरन के तहत सबसे पहले पंजीकृत लाभार्थियों को साॅफ्टवेयर के जरिये उनके मोबाइल पर संदेश भेजा गया, जिसमें यह बताया गया कि उन्हें कोविड-19 का टीका लगवाने के लिए कब और किस केन्द्र पर आना है।
-सूचना के बाद जब लाभार्थी वैक्सीनेशन साइट पर आए तो उन्हें सबसे पहले वेटिंग रूम में बिठाया गया, जहां चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनका डाॅक्युमेंट के आधार पर वेरीफिकेशन किया।
- वेरीफिकेशन के बाद उन्हें कोविड-19 का टीका लगवाने के लिए टीकाकरण कक्ष में भेजा गया, जहां पूरी तरह प्रशिक्षित चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों ने टीके लगाए।
-टीका लगने के बाद लाभार्थियों को आॅब्जर्वेशन कक्ष में भेज दिया गया जहां पूरे 30 मिनट तक उन्हें चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया। इसके बाद उन्हें भेज दिया गया।
कौन-कौन रहे अभियान की सफलता के पीछे
अभियान का सफल संचालन जिला कलेक्टर पियुष समारिया के नेतृत्व में जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ मनीष चौधरी कर रहे हैं। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ आरपी मीणा, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य डाॅ जयेश सिकरवार, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण डाॅ सुभाष बिलोनिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डाॅ दीपक शर्मा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक गौरव गुप्ता, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक पूजा सैनी सहित विभाग के चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों को विशेष योगदान रहा।
कई दिन से चल रही थी तैयारी
कोविड-19 वैक्सीनेशन की तैयारी कई दिन से चल रही थी। इसमें अनेक वीडियो कान्फ्रेंंिसग, मोबाइल संदेशों, सोशल मीडिया, मीडिया के माध्यम से चिकित्साकर्मियों और आमजन को कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए मानसिक तौर पर तैयार किया गया। दमदार आईईसी (शिक्षा, सूचना और संचार ) के जरिये सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार यह बताया गया कि अभियान कब, कहां और कैसे संचालित होगा, किस-किस को कब-कब टीके लगेंगे, टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं और टीके लगने के बाद क्या-क्या सावधानियां रखनी हैं। यह तैयारियां जिले से लेकर ब्लाॅक स्तर और सीएचसी से लेकर सब सेंटर्स तक चल रही थी, ताकि जिले के सरकारी और निजी प्रत्येक चिकित्साकर्मियों का पंजीयन टीके के लिए किया जा सके और उन्हें टीका लगाया जा सके।
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