Pre-natal delivery and services of counseling on more than 72 thousand pregnant women received on 9th August.
72 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं को 9 अगस्त को मिली निःषुल्क प्रसव पूर्व जांच व परामर्ष की सेवाएं
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अब तक 15 लाख 86 हजार 884 लाभार्थियों की हो चुकी है भागीदारी
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान' दिवस : 9 अगस्त
जयपुर, 12 अगस्त। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान प्रदेषभर में अब गर्भवतियों के लिए महत्वपूर्ण एवं लाभकारी सिद्ध हो रहा है। सुरक्षित मातृत्व सुनिष्चित करने के उद्धेष्य से जून 2016 से प्रारंभ हुआ यह अभियान प्रतिमाह की 9 तारीख को राजकीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर गर्भवतियों महिलाओं के हैल्थ फेयर के रूप में आयोजित किया जाता है। अगस्त माह में 9 तारीख को आयोजित किये गये प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) में प्रदेषभर में 72 हजार 611 गर्भवति महिलाओं ने निःषुल्क प्रसवपूर्व जांचों एवं प्रसव संबंधी परामर्ष सेवाओं का लाभ उठाया।इसके लिए प्रदेषभर के 2 हजार 833 राजकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रसव संबंधी जांच एवं परामर्ष के सत्र स्त्रीरोग विषेषज्ञ तथा चिकित्साधिकारियों की देखरेख में आयोजित किये गयें जिनमें राजकीय चिकित्सकों के साथ ही 215 निजी चिकित्सकों ने भी स्वैच्छिक योगदान दिया है।
स्वास्थ्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा मिषन निदेषक श्री नवीन जैन ने बताया कि पीएमएसएमए षिविरों में प्रतिमाह गर्भवति महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है जोकि इस अभियान के प्रति लाभार्थियों के बढ़ते विष्वास को दर्षाता है। उन्होंने बताया कि पीएमएसएमए में अब तक कुल 68 हजार 309 आयोजित षिविरों में 15 लाख 86 हजार 884 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा चुका है। उन्हांेने बताया कि इनमें से लाखों गर्भवतियों को चिकित्सकों ने आवष्यक जांच के बाद टीटी-1 व टीटी-2 के इंजेक्षन तथा आयरन की गोलियां व आयरन सुक्रोज देकर इनके सुरक्षित प्रसव हेतु आवष्यक देखरेख पूरी की है।
श्री जैन ने बताया कि मातृ मृत्युदर व षिषु मृत्युदर में कमी लाने में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्हांेने पीएमएसएमए से जुड़े निजी क्षेत्र के स्त्रीरोग विषेषज्ञों व चिकित्सकों का उनके स्वैच्छिक योगदान हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया है।
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