Upanishads in Hindi | Important Questions from Upnishadas | ऐतरेयोपनिषद or कौषीत्क्युपनिषद के Important Questions
संस्कृत साहित्य, उपनिषद
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Upanishads in Hindi |
ऋग्वेद के उपनिषद
संस्कृत साहित्य में उपनिषदों का बहुत महत्व है | उपनिषदों को वेदांत भी कहा जाता है, क्योंकि ये वेदों के अंतिम भाग हैं| यहाँ क्रम इस प्रकार है|
केवल तीन वेदों ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद के उपनिषद ही हैं | अथर्ववेद का कोई उपनिषद नहीं है| यहाँ हम आपको ऋग्वेद के उपनिषदों से सम्बंधित Importatn Questions बता रहें हैं | शेष यजुर्वेद और सामवेद के उपनिषद सम्बंधित Importatn Questions आपको Next Post में मिल जायेंगे |
- ऋग्वेद के ऐतरेयारण्यक के द्वितीय खंड का चौथे से छठा अध्याय कहलाता है। -ऐतरेयोपनिषद
- ऐतयेरोपनिषद के अध्यायों की संख्या है। -तीन, कुल 15 खंड हैं।
- ऐतरेयोपनिषद के ऋषि हैं । -महिदास ऐतरेय
- ऐतरेयोपनिषद केप्रथम अध्याय तीन खंड व शेष दो अध्याय में कितने खंड हैं। -एक-एक खंड हैं। कुल पांच खंड हैं।
- ऐतरोयोपनिषद के प्रथम अध्याय में वर्णन है। -विश्व की उत्पत्ती का।
- ऐतरेयोपनिषद के दूसरे अध्याय में वर्णन है। -जन्म, जरीवन, मरण का।
- ऐतरेयोपनिषद पुरुष के तीन जन्मों का निर्देश किया गया है। -ऐतरेयोपनिषद के दूसरे अध्याय में।
- ऐतरेयोपनिषद के तीसरे अध्याय में वर्णन है। -आत्मा के स्परूप का।
- प्रज्ञान ब्रह्म कहा गया है। -ऐतरेयोपनिषद
- कौषीत्क्युपनिषद है। -कौषीतकी अरण्यक का तीसरे से छठां अध्याय।
- कौषीत्क्युपनिषद में कुल कितने अध्याय हैं। -चार, इनमें क्रमश: सात, चौदह, नौ और बीस खंड हैं।
- कौषीत्क्युपनिषद गद्यात्मक है या पद्यात्मक । - गद्यात्मक
- कौषीत्क्युपनिषद में अध्याय व विषयवस्तु का वर्णन करिये।
- प्रथम अध्याय - देवयासन और पितृयान (मृत्यु के बाद के मार्ग)
- द्वितीय अध्याय-आत्मा के प्रतीक प्राण का विवेचन
- तृतीय अध्याय- प्रतर्दन इंद्र से ब्रह्मविद्या सीखते हैं।
- चतुर्थ अध्याय-अजातशत्रु व बालाकि का आख्यान\
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