The saint threw away his own Genotype in alwar
संत ने खुद का गुप्तांग काट फेंका
अलवर। अलवर जिले के एक गांव में एक संत ने अपना गुप्तांग ही काट फेंका। संत को गंभीरावस्था में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत बिगड़ती जा रही है। माना जा रहा है कि संत महंतों की हरकतों के कारण दिन प्रतिदिन हो रही संत समाज की बदनामी से क्षुब्ध होकर इस संत ने यह कदम उठाया है।घटना अलवर जिले के बहरोड़ उपखंड के मांढण थाना इलाके की है। जहां शुक्रवार रात सेवागिरी धाम मंदिर में सत्संग चल रहा था। इसी दौरान वहां रहने वाले महंत अनिल पुरोहित ने अपना गुप्तांग काट कर भक्तों के बीच फेंक दिया।
दर्द से तिलमिलाते संत की आवाज सुनकर लोग उनके पास पहुंचे तो लोगों ने देखा तो संत लहुलूहान हालत में पड़ा दर्द से छटपटा रहा था। इस पर लोगेां ने तुरंत उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां से उसे बहरोड और वहां से जयपुर के लिए रवाना कर दिया गया।
पुलिस का कहना है कि इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। मामले की जांच की जा रही है। लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि संत की इस हरकत ने सभी को चौंका दिया। उसकी हालत खराब होती जा रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि सेवागिरी धाम का महंत आए दिन संत महंतों के आचरण के कारण संत समाज की हो रही बदनामी से व्यथित था। इस कारण उसने यह कदम उठाया है।
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