7.10 lakhs were looted in Bhiwadi, Bought weapons and made a murder in Haryana
भिवाड़ी में लूटे थे 7.10 लाख, हथियार खरीदे और हरियाणा में कर दी एक जने की हत्या
भिवाड़ी पुलिस ने किया खुलासा
अलवर। अलवर जिले के भिवाड़ी
शहर के लक्कड चौक पर 16 अप्रैल को
दिनदहाड़े मनी ट्रांसफर एजेंट के साथ
7.10 लाख की लूट हथियार खरीदने के लिए की गई थी। बाद में इन हथियारों से हरियाणा में
गैंगवार हुई और एक जने की हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में सहयोगी रहे दो भाइयों
को भिवाड़ी से गिरफतार कर लिया है, तथा पांच आरोपी फरार हैं। पुलिस ने लूट
की रकम में से दो लाख रुपए, दो बाइक व
एक कार को भी बरामद कर लिया है। पुलिस शेष
आरोपियों की गिरफ्तारी और रकम बरामद करने के प्रयास कर रही है।
भिवाड़ी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्रसिंह सोलंकी ने बताया
कि लूट की वारदात के बाद सीओ सिद्धांत
शर्मा, डीएसपी नेमीचंद
खारिया के निर्देशन में टीम का गठन
किया गया। टीम ने मंगलवार को लूट में
मददगार रहे दो सगे भाई ओमप्रकाश (29) व रोहताश (27) पुत्र बदलेराम निवासी नंगलिया बंध के पास थाना भिवाड़ी को गिरफ्तार
कर लिया तथा दो लाख रुपए, लूट में प्रयुक्त की गई पल्सर बाइक सहित एक अन्य बाइक व कार
को भी बरामद किया है। यह रकम लूट
में इनका हिस्सा थी।
उल्लेखनीय है कि 16 अप्रैल को नयागांव में सत्याराज कम्युनिकेशन के नाम से मनीट्रांसफर
का काम करने वाले संतोष के साथ काम करने वाले शुभम से लक्कड़ चौक के समीप पल्सर बाइक
पर आए तीन बदमाश हथियारों के बल पर सुबह करीब पौने 11 बजे 7.10 लाख रुपए
से भरा बैग छीनकर फरार हो गए थे।
एएसपी सोलंकी ने बताया कि मामले की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस ने मामले की पड़ताल करते हुए घटना वाले दिन पीडि़त
शुभम के संपर्क में
आए लोगां के बारे में जानकारी जुटाना शुरू की। जिसमें सामने आया कि उस दिन उससे भिवाड़ी में ही मनी ट्रांसफर
का काम करने वाले नंगलिया निवासी ओमप्रकाश ने दो बार कॉल कर दुकान मालिक संतोष से शुभम के बारे में पूछा था। जिस पर पुलिस ने ओमप्रकाश व उसके
सगे भाई रोहताश पर नजर रखना शुरू किया। पुलिस की जांच में दोनों की भूमिका संदिग्ध
दिखी तो पुलिस टीमों ने दोनों को धर दबोचा। सख्ती से पूछताछ पर दोनों ने मामले का खुलास कर दिया। उन्होंने
बताया कि उनके साथ अन्य सहयोगी अजीत विधूडी
उर्फ तूफान पुत्र दर्शनसिंह गुर्जर निवासी सांथलका भिवाड़ी ने भी लूट के लिए
रैकी की थी। जबकि हथियार उपलब्ध कराने में अमित नागर पुत्र गिर्राज नागर
निवासी आलूपुर, भिवाड़ी तथा लूट की वारदात को अंजाम देने में विपुल ठोलिया
पुत्र धर्मपाल निवासी गूजरबाड़ा रेवाड़ी, प्रवीण उर्फ रवि पुत्र विनोद गुर्जर निवासी गूजरबाड़ा रेवाड़ी
तथा लखमी पुत्र बाबूलाल गुर्जर निवासी गुजरीबास कोटकासिम की भूमिका सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में इन सभी को नामजद कर सरगर्मी से तलाश
शुरू कर दी है।
हत्या के लिए चाहिए थे हथियार, इसलिए लूट की
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार
आरोपियों ने बताया कि वे मनी ट्रांसफर का काम करते हैं। भिवाड़ी निवासी
अजीत विधूडी उर्फ तूफान निवासी सांथलका, लखमी पुत्र बाबूलाल निवासी गुजरीबास थाना कोटकासिम व अमित
नागर पुत्र गिर्राज नागर उनके दोस्त हैं। दोस्त लखमी ने उन्हें बताया था कि उसका मौसेरा
भाई प्रवीण निवासी गुजरवाडा व विपुल ठोलिया निवासी गुजरवाडा रेवाड़ी किसी बडी वारदात
को अंजाम देने जा रहे हैं। जिसके लिए
उन्हें हथियार व पैसे की जरूरत है। रुपयों की व्यवस्था हो जाए तो उन्हें भी लूट की
रकम में से उनका हिस्सा मिल जाएगा। जिसके बाद उन्होंने लूट के लिए
किसी आसान टारगेट की तलाश शुरू की और भिवाड़ी के नयागांव में मनीट्रांसफर की दुकान पर काम
करने वाले संतोष को टारगेट करना तय किया। 15 अप्रैल को अजीत विधूडी, रोहताश, अमित नागर, विपुल ठोलिया, प्रवीण व
लखमी, ओमप्रकाश
के घर पर एकत्रित हुए।
फोन कर पूछा शुभम निकल गया क्या
16 अप्रैल की सुबह योजना के अनुरूप विपुल ठोलिया, प्रवीण व
लखमी पल्सर बाइक पर रवाना हुए। जिनके आगे रैकी करते हुए एक दूसरी बाइक पर अजीत
विधूडी उर्फ तूफान चल रहा था। ओमप्रकाश ने परिचित होने के नाते दुकान मालिक संतोष
से फोन कर पूछा कि शुभम कैश जमा कराने के लिए निकल गया क्या। संतोष ने सहजता से इस बारे में सही जानकारी दे दी। इसके बाद
पल्सर बाइक पर सवार तीनों बदमाशों ने लक्कड चौक के समीप शुभम से कैश से भरा बैग छीन लिया और फरार हो गए।
लूट की रकम से खरीदे हथियार और फिर रेवाड़ी में मर्डर
वारदात का मुख्य सरगना विपुल
ठोलिया निवासी रेवाड़ी आदतन अपराधी है।
जिसने 11 अप्रैल को जेल से रिहा होते ही हत्या करने के लिए हथियार
खरीदने व अन्य जरूरतों के लिए लूट की योजना पर काम शुरू किया था। भिवाड़ी में अपने
सहयोगियों के साथ 16 अप्रैल को 7.10 लाख रुपए
लूटने के बाद उसने यूपी से हथियार खरीदे और 18 अप्रैल की
सुबह अपनी गैंग के साथ रेवाड़ी के गुर्जरवाड़ा में पुरानी रंजिश के चलते गोली मार कर
युवक सरजीत की हत्या कर दी थी। उसके बाद 21 अप्रैल को
आरोपी कुराहवटा मोड महेंद्रगढ़ में तीन व्यापारियों को गोली मार कर नकदी लूट ले गए
थे। हालांकि रेवाड़ी पुलिस ने मुख्य सरगना को हत्या के मामले में 25 अप्रैल को
गिरफ्तार कर लिया था लेकिन उसने भिवाड़ी लूट में शामिल होने की बात का कबूलनामा नहीं
किया। वहीं पुलिस को कैश लूट प्रकरण में विपुल ठोलिया सहित प्रवीण, लखमी, अजीत विधूडी
उर्फ तूफान व अमित नागर को गिरफ्तार करना शेष
है। रेवाड़ी थाने में में विपुल व प्रवीण के खिलाफ तथा लखमी, अमित के खिलाफ
भिवाड़ी में मामले दर्ज हैं।
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