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Wednesday, January 10, 2018

Urinary tract infection (UTI), महिलाओं को यह रोग करता है बहुत परेशान

Urinary tract infection (UTI), महिलाओं को यह रोग करता है बहुत परेशान


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यूटीआई , UTI
-: हैल्थ न्यूज, Health  News :-

जीवन में अनेक रोग ऐसे होते हैं जिनके बारे में हम सामान्य रूप सार्वजनिक तौर पर चर्चा नहीं कर सकते। लेकिन ये गंभीर रोग हो सकते हैं। इसलिए इनके बारे में जानकारी होना जरूरी है। आज हम आपको यूटीआई के बारे में बताएंगे। साथ ही बताएंगे कि इससे कैसे बचा जाए।
यह रोग महिलाओं में होता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ कहते हैं कि जीवन में एक न एक बार यह रोग प्रत्येक महिला को होता है। यूटीआई का पूरा नाम यूरिनेरी ट्रैकट इंफेकशन है। इसका अर्थ है मूत्राशय में संक्रमण होना। पुरुषों में भी यह संक्रमण होता है लेकिन महिलाओं में इसकी संभावना अधिक होती है। कयोंकि मानव विज्ञान मानता है कि स्त्रियों के प्रजनन अंग पुरुषों की तुलना में अधिक जटील होते हैं।

इसका असर

मूत्राशय में संक्रमण का सीधा असर किड्नी पर होता है। समस्या का समाधान यदि समय रहते नहीं किया जाए तो किडऩी फेल होने की नौबत आ सकती है। बात यह है कि गुप्तांग महिलाओं का बेहद संवेदनशील अंग होते हैं। इसलिए इनमें संक्रमण फैलने का खतरा भी अधिक होता है। अगर यूरेथरा यानी वह ट्यूब जहां से यूरिन पास होता है उसकी अच्छी तरह सफाई नहीं की जाए तो संक्रमण वहां से होते हुए बलैडर तक पहुंच सकता है। यही यूटीआई का सबसे बड़ा कारण है।


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कैसे पहचानें यूटीआई के लक्षण

सबसे पहले यूटीआई होने पर गुप्तांग में खुजली व जलन होती है। इसके अलावा यूरिन या पेशाब करने में रुकावट आना, बार-बार टॉयलेट जाने की इच्छा होना, यूरिन थोड़ा थोड़ा करके आना, यूरिन का रंग अधिक पीला होना और उसमें से दुर्गन्ध आना, खून आना, लोअर एबडोमन या पेडू में दर्द होना और दबाव जैसा महसूस होना आदि इसके लक्षण हैं। कई बार स्थिति अधिक खराब होने पर रोगी को बुखार भी आ सकता है।

बचने के उपाय 

बचने का सबसे अच्छा उपाय है गुप्तांग की सफाई बहुत अच्छे से करें और वहां गीलपन नहीं रहने दें। गीलापन होने से बैकटीरिया हो सकता है। जब टॉयलेट आए तो तुरंत कर आएं रोकें नहीं। यूटीआई में मूत्राशय में बैकटीरिया जमा हो जाते हैं। इसलिए अधिक से अधिक पानी पिएं और टॉयलेट जाते रहें ताकि बैकटीरिया बाहर निकल जाए। संभोग के बाद गुप्तांग की सफाई पर विशेष ध्यान  दें और संभाग के बाद तुरंत साफ पानी से धो लें। अन्यथा रोग बढ़ सकता है। इस रोग में हर संभोग के बाद टॉयलेट जाना फायदेमंद रहता है। बाथरूम हमेशा साफ रखें और सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करने से बचें।

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