There are no thirty doctors on three lakh patients in Bhiwadi ESIC : भिवाड़ी इएसआईसी में तीन लाख मरीजों पर तीस चिकित्सक भी नहीं - NEWS SAPATA

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Saturday, January 6, 2018

There are no thirty doctors on three lakh patients in Bhiwadi ESIC : भिवाड़ी इएसआईसी में तीन लाख मरीजों पर तीस चिकित्सक भी नहीं

There are no thirty doctors on three lakh patients in Bhiwadi ESIC
भिवाड़ी इएसआईसी में तीन लाख मरीजों पर तीस चिकित्सक भी नहीं


भिवाड़ी। अलवर जिले की औद्योगिक नगरी भिवाड़ी के करीब तीन हजार कारखानों के एक लाख से अधिक रजिस्टर्ड आईपी (इंश्यौरर्ड पर्सन) के उपचार का जिम्मा संभालने वाली ईएसआईसी खुद चिकित्सकों की भारी कमी से जूझ रही है। हालात यह हैं कि ईएसआईसी भिवाड़ी में स्वीकृत 39 चिकित्सकों के स्टाफ में 25 पद काफी लंबे समय से रिकत चल हैं। हालांकि राज्य सरकार के अस्पतालों में गत दिनों दोनों बार चिकित्सकों की हड़ताल के बीच आम मरीजों को ईएसआईसी से काफी राहत मिली थी। इसके बाद भी सरकार यहां चिकित्सकों के रिकत पदों को भरने के प्रति गंभीर नहीं है। ऐसे में स्टाफ पर काम का दबाव बढ़ रहा है।
ईएसआईसी में जरूरत के अनुसार चिकित्सकों के 39 पद स्वीकृत हैं। इनमें से केवल 14 पदों पर ही यहां चिकित्सक काम कर रहे हैं। शेष 25 पद खाली हैं। ऐसे में यदि कोई चिकित्सक अवकाश पर चले जाएं तो परेशानी बढ़ जाती है। ईएसआईसी में सबसे अधिक मेडिकल ऑफिसर के 26 पद स्वीकृत हैं, लेकिन इसमें से केवल सात पदों पर ही चिकित्सक काम कर रहे हैं। यानि सबसे अधिक कमी इन्हीं पदों पर बनी हुई है। इससे सीधे तौर पर ओपीडी प्रभावित हो रही है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की स्थिति देखें तो 13 पद स्वीकृत हैं जिनमें से छह पदों पर चिकित्सक नहीं हैं। इससे रोग विशेष के मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा है।

किस मर्ज के चिकित्सक नहीं हैं ईएसआईसी में

ईएसआईसी में सर्जरी, स्त्रीरोग, शिशुरोग, अस्थी रोग, चर्मरोग, आखें, जनरल मेडिसिन, ईएनटी, दंतरोग, एनेस्थिसिया, रेडियोलोजिस्ट, अस्थमा रोग और पैथोलोजिस्ट के एक एक पद स्वीकृत हैं। इनमें से केवल सर्जरी, स्त्रीरोग, आई स्पेशलिस्ट, जनरल मेडिसिन, एनेस्थिसिया, दंत रोग और पैथोलोजिस्ट के पद ही भरे हुए हैं। शेष पद लंबे समय से रिकत चल रहे हैं।

इस बारे में अस्पताल अधीक्षक डॉ सीमा सिंघल का कहना है कि अस्पताल में प्रतिदिन करीब 600 मरीज ओपीडी में जांच और उपचार के लिए आते हैं। इसके अलावा करीब 250 के करीब मरीज इमरजेंसी में आते हैं। इस प्रकार भिवाड़ी ईएसआईसी में करीब 850 मरीजों की प्रतिदिन जांच और उपचार किया जा रहा है। चिकित्सकों की कमी चल रही है। इस बारे में विभाग को अवगत कराया हुआ है। इससे परेशानी तो होती ही है। कई बार चिकित्सकों के अवकाश पर जाने के कारण परेशानी बढ़ भी जाती है।

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