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Sunday, January 21, 2018

The Women power, These women showed up that the government could not even do : इन महिलाओं ने वो कर दिखाया जो सरकार भी नहीं कर सकी

Real Women Power, These women showed up that the government could not even do

इन महिलाओं ने वो कर दिखाया जो सरकार भी नहीं कर सकी



अलवर। एक कहावत है। जिनका कोई नहीं होता उनका भगवान होता है। लेकिन एक बात और सुनी जाती है कि भगवान खुद नहीं आते। वे अपने प्रतिनिधि के रूप में किसी इनसान को ही मदद के लिए भेजते हैं। ऐसा ही एक गु्रप है रोटरी शकित कलब, भिवाड़ी का। इस गु्रप में शामिल महिलाओं ने वो कर दिखाया है जो सरकार भी नहीं कर सकी।

ऐसा कया किया इन महिलाओं ने



राजस्थान के अलवर जिले के टपूकड़ा कस्बे के समीप एक स्कूल है राजकीय उप्रा विद्यालय खोहरीकला। स्कूल में पीने का पानी नहीं था। सरकारी स्कूलों में यह आम समस्या है और कोई इस पर ध्यान भी नहीं देता। लेकिन इस स्कूल एक मासूम के साथ कुछ ऐसा हुआ कि इन महिलाओं का ध्यान इस ओर चला गया। स्कूल के बच्चों को पानी पीने के लिए सडक़ पार कर दूसरी तरफ जाना पड़ता था। अलवर-धारूहेड़ मार्ग होने के कारण इस मार्ग पर इतना यातायात रहता है कि निकलना मुश्किल होता है। बच्चे इस यातायात के समुद्र को पार कर पानी पीने जाते थे। एक दिन स्कूल का एक छात्र सलमान पानी पीने के लिए इस यातायात के समुद्र में कूदा, लेकिन दूसरी तरफ नहीं पहुंच पाया। बीच रास्ते में वह किसी वाहन की चपेट में आ गया और अपने पैर गंवा बैठा। इस घटना के बाद रोटरी शकित कलब, भिवाड़ी का ध्यान इस ओर गया और इन महिलाओं ने ठान ली कि जो भी हो बच्चों के लिए पानी की व्यवस्था करनी है। अब कोई बच्चा पानी के लिए अपंगता का शिकार नहीं होगा।

खूब आई परेशानी



कलब अध्यक्ष गौरी देशपांडे बताती हैं कि स्कूल ऐसे ऐरिया में है जहां बोरिंग करना आसन नहीं है। कई बोरिंग वालों से बात की लेकिन कोई तैयार नहीं हुआ। काफी मशककत की। फिर बात की गोपीनाथ अस्पताल, भिवाड़ी के डॉ नीरज अग्रवाल और ओरिएंट सिंथेटिकस के प्रबंध निदेशक हरिराम शर्मा ने। डॉ नीरज ने अपने सोर्स लगाए और बोरिंग वाला ढूंढ निकाला। हरिराम शर्मा ने इस काम के लिए 4.50 लाख रुपए की मदद की। तीन ताकतों ने मिलकर स्कूल में अब बोरिंग का काम पूरा करा लिया है। स्कूल में 450 फीट बोरिंग हो चुकी है और पानी आ चुका है। अब वहां पानी के लिए मोटर लगवाना और पानी की टंकी बनवाना शेष है। देश पांडे बताती हैं कि यह काम भी शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा स्कूल में शौचालयों की मरम्मत कराई जाएगी और  नए शौचालय भी बनवाए जाएंगे। इस नेक काम में कलब अध्यक्ष गौरी देशपांडे के साथ उनकी साथी कलब की सचिव सीमा जालान, कोषाध्यक्ष नीना जैन, इरा और नीता ने भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग किया।

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