अलवर। शीर्षक देखकर प्लीज आप चौंकिये मत। यह बात सही होने जा रही है। इस बार दिवाली गरीब बच्चों के लिए भी अच्छी होगी। क्योंकि गरीब बच्चों को भी अमीर बच्चों वाले खिलौने नसीब हो पाएंगे। वो गंदे कपड़ों की गुडिय़ा की जगह अब उडऩे वाले ऐरोप्लेन और चाबी भरकर चलने वाली मोटरबाइक से खेल पाएंगे। ऐसा संभव हो पाएगा एक समाज सेवी के प्रयासों से। अलवर में इसके लिए प्रयास शुरू हो गए हैं।
अलवर। शीर्षक देखकर प्लीज आप चौंकिये मत। यह बात सही होने जा रही है। इस बार दिवाली गरीब बच्चों के लिए भी अच्छी होगी। क्योंकि गरीब बच्चों को भी अमीर बच्चों वाले खिलौने नसीब हो पाएंगे। वो गंदे कपड़ों की गुडिय़ा की जगह अब उडऩे वाले ऐरोप्लेन और चाबी भरकर चलने वाली मोटरबाइक से खेल पाएंगे। ऐसा संभव हो पाएगा एक समाज सेवी के प्रयासों से। अलवर में इसके लिए प्रयास शुरू हो गए हैं।
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