फलाहारी बाबा का 135 शिष्यों ने संकल्प लेकर किया तिरस्कार
अलवर में हुआ संक्षिप्त कार्यक्रम
अलवर। लॉ ग्रज्युएट युवती के साथ दुष्कर्म में फंसे अलवर के फलाहारी महाराज के लिए एक और बुरी खबर है। अब बाबा के भक्त भी उनका साथ छोडऩे लगे हैं। यही कारण है कि बाबा की गिरफ्तारी के वक्त एक भी भक्त विरोध के लिए आगे नहीं आया। सोमवार को अलवर में 135 लोगों ने संकल्प के साथ बाबा का तिरस्कार किया और कहा कि वे अब फलाहाराी के शिष्य नहीं हैं। इसके लिए बाकायदा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कहां हुआ यह सब
यह सब हुआ अलवर के लादिया के शिवमंदिर में सुबह आठ बजे से नौ बजे के बीच। लादिया में काफी संख्या में फलाहारी के अनुयायी हैं। इनमें से 135 अनुयायी सोमवार को बाबा का तिरस्कार कर गुरु शिष्य बंधन से मुक्त हो गए। इसके लिए एक कार्यक्रम आयोजित कर हाथ में जल लेकर संकल्प लिया गया। यह संकल्प कराया आचार्य मुकेश मुदगल ने।उन्होंने बताया कि फलाहारी के शिष्य उनके पास आए थे और उसके किए के कारण शर्मिन्दगी महसूस कर रहे थे। वे लोग अब फलाहारी का शिष्य नहीं रहना चाहते। सो 135 लोगों को संकल्प दिला गुरु शिष्य बंधन से मुक्त कराया गया। शास्त्रों में इसका जिक्र है। मुदगल ने बताया कि यदि शिष्य गलत कार्य करता है तो गुरु को भोगना पड़ता है। यदि गुरु गलत कार्य करता है तो शिष्य को भोगना पड़ता है। फलाहारी के शिष्यों ने गुरु के दुष्कृत्य के फल से बचने के लिए उनका तिरस्कार किया है।
उन्होंने बताया कि जो लोग फलाहारी को अब गुरु नहीं मानते वे अपने घर में भी जल हाथ में लेकर अपने नाम गोत्र आदि का उच्चारण करते हुए इससे मुक्ति पा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि फलाहारी पर लॉ गेज्युएट युवती से दुष्कर्म का केस दर्ज है और फिलहाल वह एक पखवाड़े की न्यायिक अभिरक्षा में है। बाबा ने दाढ़ी मूछ भी मुंडा ली है।
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