खास मिशन पर लोंगेवाला पहुंची बीएसएफ और वायुसेना की महिला जवान
बीएसएएफ यानि बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स तथा भारतीय वायु सेना वीरता की जीती जागती मिसाल हैं। चाहे कैसी भी कठिन परिस्थितियां हों हमारे देश के जवान डटकर सभी जगह मुकाबला करते हैं। गुरमीत राम रहीम को सजा सुनाने के बाद हुई हिंसा हो या फिर रामपाल के मामलों में सुनवाई के दौरान मुस्तैदी हो जवान हमेशा डटे रहते हैं। महिला जवान भी इसमें पीछे नहीं हैं। लेकिन इन दिनों बीएसएफ और वायुसेना की महिला जवानों को खास मिशन सौंपा गया है। इसी मिशन के तहत वे लोंगेवाला पहुंच गई हैं। यह वही जगह है जहां भारत ने पाकिस्तान को १९७१ के युद्ध में धूल चटाई थी। लेकिन इस बार मिशन बिल्कुल अलग है। तो आइये जानते हैं इन महिला जवानों का विशेष मिशन क्या है।
क्या है मिशन
भारत की इन महिला जवानों ने ऊंटों पर सवार होकर भारत पाकिस्तान के राजस्थान बॉर्डर के समीप जोरदार कारनामा किया है। आजकल महिला जवान यहां ऊंटों पर सवार होकर बॉर्डर पर ही नहीं गांवों में भी नजर आ रही हैं। ये एक खास मिशन पर हैं जो देश के लिए बहुत ही अधिक जरूरी है। क्योंकि इस मिशन को पूरा किए बिना हम सुरक्षित नहीं हो सकते।मिशन में बीएसएफ की १६१ वीं वाहिनी है शामिल
वायुसेना की महिला जवानों के साथ बीएसएफ की १६१वीं वाहिनी की महिला जवान शामिल हैं। इन महिला जवानों ने घोटारू की मूमल चौकी से ऊंटों पर लोगेंवाला की ओर प्रस्थान किया। टीम ऑफिसर शैलेष राणा ने बताया कि महिला जवान अपने खास मिशन के तहत रास्ते में पडऩे वाली ढाणियों और गांवों में महिला जवान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दे रही हैं। इसके अलावा वे ग्रामीणों को बेटा और बेटी में भेद नहीं करने की बात भी कहकर उन्हें समझा रही हैं। क्योंकि इसके बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। न ही सुरक्षित हो सकता है।दोस्तों यह जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट में लिखें। अच्छी लगी तो शेयर और लाइक करें। ऐसी ही अन्य पोस्ट पढऩे के लिए और हमसे जुड़े रहने के लिए हमें फॉलो करना नहीं भूलें। धन्यवाद।
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