उल्लेखनीय है कि जुलाई माह के दूसरे पखवाड़े में पैंथर ने दो ग्रामीणों पर हमला कर घायल कर दिया। वन विभाग ने पैंथर पर काबू पाने के लिए जयपुर से ट्रेंक्यूलाईज विशेषज्ञ बुलाए। इसके अलावा करीब 25 लोगों की टीम उसकी तलाश में जुटी। अकबरपुर रेंज के गांव बलदेवपुरा के रामजीवन पुत्र मंगतूराम गुर्जर और इंपती पुरा के रामचंद्र पुत्र घासीराम यादव को पैंथर ने घायल कर दिया था। दोनों जंगल में बकरी चराने गए थे। वन विभाग के अधिकारियों ने पैंथर को पकडऩे के लिए पृथ्वीपुरा ग्राम पंचायत के हरिपुरा गांव में दो पिंजरे लगाए थे। लेेकिन पैंथर कैद नहीं हो पाया और उसने वहां मूवमेंट समाप्त कर दिया। अब टीम यह सोच कर लौट गई है कि पैंथर चला गया है। जयपुर से ट्रेंक्यूलाइज विशेषज्ञ डॉ अरविंद माथुर को भी बुलाया गया था और वे तीन चार दिन फील्ड में भी रहे थे।
लौट गई है टीम
सरिस्का आईएफएस बालाजी करी ने बताया कि पैंथर का मूवमेंट अभी शांत हो गया है। वह भीड और टीम को देखकर छिप गया है। पैंथर को पकडऩे के लिए टीम बुलाई टीम लौट गई है। मैं भी जयपुर आ गया हूं।
बालाजी करी, आईएफएस, सरिस्का
No comments:
Post a Comment